लेंस (Lens) : परिभाषा, प्रकार, सूत्र एवं पूर्ण विवरण
लेंस की परिभाषा
👉👉लेंस एक पारदर्शी माध्यम होता है जिसकी कम से कम एक सतह वक्र (गोलाकार) होती है। जब प्रकाश की किरणें लेंस में प्रवेश करती हैं, तो वे अपवर्तित होकर दिशा बदलती हैं। लेंसों का उपयोग प्रकाश की किरणों को समेटने या फैलाने के लिए किया जाता है। लेंस सामान्यतः काँच या प्लास्टिक से बनाए जाते हैं।
👉👉लेंस का सूत्र
I/F = 1/V-1/U
जहां F= फोकस दूरी U= वस्तु की दूरी V=प्रतिबिंब की दूरी
👉👉लेंस दो प्रकार का होता है
1. अवतल लेंस
2. उत्तल लेंस
👉👉अवतल लेंस -
यह लेंस बीच मे पतला होता है और किनारे पर मोटा होता हैयह मुख्य अक्ष के समांतर आने वाली रेखाओ को की दिशा मे फैला देता हैयह दूर कि वस्तु को देखने के काम मे आता हैनिकट आँख के दोस मे यही लेंस का उपयोग किया जाता हैअवतल लेंस की फोकस दूरी और क्षमता दोनों नकारात्मक हैइसके आवर्धन का मान हमेशा 1 से कम होता है
👉👉आंकिक प्रश्न
अवतल लेंस के अनुप्रयोग
निकट दृष्टि दोष (Myopia) का सुधार: अवतल लेंस का सबसे सामान्य उपयोग निकट दृष्टि दोष (मायोपिया) को ठीक करने के लिए चश्मों में किया जाता है। यह लेंस दूर की वस्तुओं से आने वाली प्रकाश किरणों को फैलाकर उन्हें रेटिना पर केंद्रित करता है, जिससे दृष्टि स्पष्ट होती है।लेज़र उपकरणों में: लेज़र बीम को फैलाने के लिए अवतल लेंस का उपयोग किया जाता है, जिससे स्कैनर, सीडी/डीवीडी प्लेयर, और चिकित्सा उपकरणों में सटीकता बढ़ती है।दूरबीनों और दूरदर्शियों में उपयोग: गैलीलियो द्वारा विकसित दूरदर्शी में अवतल लेंस का उपयोग किया गया था। यह लेंस दूर की वस्तुओं को स्पष्ट देखने में सहायता करता है।
उत्तल लेंस
उत्तल लेंस (Convex Lens) एक पारदर्शी ऑप्टिकल उपकरण है, जो बीच में मोटा और किनारों पर पतला होता है। यह समांतर प्रकाश किरणों को एक बिंदु पर केंद्रित करता है, जिसे फोकस (Focus) कहते हैं। इस कारण इसे "अभिसारी लेंस" (Converging Lens) भी कहा जाता है।
उत्तल लेंस के अनुप्रयोग
दूरदृष्टि दोष (Hypermetropia) का सुधार: उत्तल लेंस का उपयोग चश्मों में दूरदृष्टि दोष को ठीक करने के लिए किया जाता है। यह लेंस प्रकाश किरणों को अभिसरित (converge) करके रेटिना पर केंद्रित करता है, जिससे दृष्टि स्पष्ट होती है।माइक्रोस्कोप में: सूक्ष्मदर्शी (Microscope) में उत्तल लेंस का उपयोग सूक्ष्म वस्तुओं को बड़ा करके देखने के लिए किया जाता है। यह लेंस प्रकाश किरणों को एक बिंदु पर केंद्रित करता है, जिससे वस्तु की स्पष्ट और विस्तृत छवि प्राप्त होती है।प्रोजेक्टर में: प्रोजेक्टर में उत्तल लेंस का उपयोग छवियों या वीडियो को स्क्रीन पर बड़ा करके प्रक्षेपित करने के लिए किया जाता है। यह लेंस प्रकाश किरणों को अभिसरित करके छवि को बड़ा करता है।सौर ऊर्जा केंद्रित करने में: उत्तल लेंस का उपयोग सूर्य की किरणों को एक बिंदु पर केंद्रित करके ताप उत्पन्न करने के लिए किया जाता है, जैसे सोलर कुकर में।
लेंस की क्षमता
लेंस द्वारा प्रकाश की किरणो को मोड़ने की क्षमता को हो लेंस की क्षमता कहते हैयह फोकस दूरी का उल्टा होता है , लेंस की क्षमता को डायोपटर मे मापा जाता है अगर क्षमता अधिक है तो वस्तु को साफ साफ देखा जा सकता है
क्षमता और फोकस दूरी मे संबंध
P= I/F (meter)
OR
P = 100cm/F
उत्तल लेंस की फोकस दूरी और क्षमता दोनों positive होता हैअवतल लेंस की फोकस दूरी और क्षमता दोनों नकारात्मक होता हैक्षमता का si मात्रक डायोप्टर होता है
आंकिक प्रश्न ;
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